Category: Mythology
Publisher: Penguin Books
Rights: Translation rights available for Indian and international languages (excluding Hindi, Kannada, Marathi)
समलैंगिकता क्या है? हमारे धर्म इसके बारे में क्या कहते हैं? हिंदू पौराणिक ग्रंथों, इस्लाम, जैन और बौद्ध धर्म के साहित्यों में इस पर क्या दृष्टिकोण हैं?
इस किताब में इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए देवदत्त पट्टनायक समझते हैं कि विश्व के हर धर्म में समलैंगिकता को लेकर क्या सोच है। साथ ही, वे यह भी दिखाते हैं कि प्रकृति में समलैंगिकता की उपस्थिति को आसानी से देखा जा सकता है – इसमें कुछ भी अप्राकृतिक नहीं है। हालाँकि, समलैंगिकता को लेकर कई संस्कृतियों में सोच सकारात्मक नहीं थी, लेकिन आधुनिक काल में समलैंगिकता को लेकर सोच बदल रही है और दुनिया भर में इसे कानूनी मान्यता मिल रही है।
प्रसिद्ध माइथोलॉजिस्ट देवदत्त की यह किताब इस विषय पर बहुत सारे भ्रमों को दूर करने का एक प्रयास है। जानकारियों और तथ्यों से भरपूर यह एक शानदार पुस्तक है।
Translations:
Dharma ani Samlaingikta – The Marathi translation of Dharma aur Samlaingikta
Dharma aur Samlaingikta – The Kannada translation of Dharma aur Samlaingikta
The author: Devdutt Pattanaik